माँ तुम महान हो।
ईश्वर का दिया वरदान हो
माँ तुम महान हो। 
जब रात के उस प्रहर में
मैं बिस्तर कभी भिगोती थी
तुम चादर मेरी बदलती थी
मैं मीठी नींद में सोती थी
सेवा का तुम प्रतिमान हो
माँ तुम महान हो। 
जब जनवरी की उस सर्दी में
मैं स्कूल सवेरे जाती थी
हाथों में मेरा बैग लिए
तुम बसस्टॉप तक आती थी 
इस हस्ती की पहचान हो
माँ तुम महान हो। 
मैं स्कूल सवेरे जाती थी
हाथों में मेरा बैग लिए
तुम बसस्टॉप तक आती थी
 
 
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